प्रन्यास परिषद्

इसमें 14 सदस्य होते है, सात राष्ट्र तो वें है, जो ट्रस्टीशिप परिषद् के अंतर्गत आये देशों के शासन उत्तरदायित्व संभाल रहे होते है, और सात ऐसे देश होते है, जिन पर ये उत्तरदायित्व नहीं होता। इस परिषद् का कार्य है, प्रन्यस्त प्रदेशों की राजनैतिक, आर्थिक और सामाजिक उन्नति करना तथा उन्हें उस योग्य बनाना कि वे स्वायत्तता तथा स्वाधीनता की दिशा में प्रगति कर सके।